इलेक्ट्रिक स्कूटर का मेन्टेन्स
इलेक्ट्रिक स्कूटर भारत के अंदर कनविनिएंट और इको फ्रेंडली तरीको में से एक है। भारत के अंदर इलेक्ट्रिक स्कूटरों की डिमांड इनके कॉस्ट इफेक्टिव और इको फ्रेंडली नेचर के कारण बढ़ती ही चली जा रही है। इलेक्ट्रिक स्कूटरों की एक और खासियत है, की इन स्कूटरों में आपको मेन्टेन्स पे ज्यादा खर्चा करने की जरुरत नहीं होती है। लेकिन फिर ही अगर आप चाहते है की आपकी इलेक्ट्रिक स्कूटर ज्यादा लम्बे समय तक बढ़िया परफॉरमेंस दे और नई जैसी रहे, तो कुछ छोटी छोटी चीज़े है जो करके आप आपकी इलेक्ट्रिक स्कूटर की लाइफ बड़ा सकते है।
बैटरी मेंटेनेंस

इलेक्ट्रिक स्कूटर में बैटरी उसका सबसे मुख्य पार्ट होती है। बैटरी की लाइफ बढ़ाने के लिए आप बैटरी को पूरा डिस्चार्ज होने से रोक सकते है। हमेशा आप आपकी स्कूटर को जब भी वो 20% बैटरी पे अजय उससे चार्ज करे। और चार्जिंग के वक्त भी इस बात का ख्याल रखे की स्कूटर को केवल 80% तक ही चार्ज करे, जब तक आपको ज्यादा दूर न जाना हो। इसके अलावा चार्जिंग के वक्त आस पास का तापमान भी बैटरी के सेहत पे असर डालता है। जब भी आप लम्बे समय के लिए स्कूटर का इस्तेमाल न करे, तो इस बात का ख्याल रखे की स्कूटर 50% तक चार्ज रहे।
चार्जिंग टिप
आप जब भी अपनी इलेक्ट्रिक स्कूटर को चार्ज करे, तब इस बात का खास तौर से ध्या रखे की आप कंपनी दवारा दिया गया चार्जर ही इस्तेमाल करे, लोकल चार्जर में क्वालिटी की कमी के कारण बैटरी और चार्जिंग पे असर पढ़ सकता है। इसके अलावा अपनी स्कूटर को कभी भी ओवर चार्ज न करे, 100% चार्ज होते ही स्कूटर को चार्जिंग से हटाए। इसके अलावा चार्जिंग पोर्ट को भी हमेशा साल रखे, ताकि चार्जिंग के वक्त आपको किसी भी प्रकार की असुविधा देखनी न पड़े।
टायर मेंटेनेंस

आपको हमेशा ही अपनी इलेक्ट्रिक स्कूटर का टायर समय समय पे चेक करते रहना चाहिए। स्कूटर का टायर प्रेशर मैन्युफैक्चरर के बताये गए ईस्थर पे ही होना चाहिए। टायर में काम या ज्यादा हवा होने से वियर और टेअर का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा हमेशा ही टायर में समय समय पे कट, करके और ट्रीड वियर को देखने। अगर किसी भी प्रकार का वॉर्न आउट है, तो अपने टायर को तुरंत बदले नहीं तो सेफ्टी स्कूटर की ख़राब हो सकती है।
क्लीनिंग और लुब्रिकेशन
इलेक्ट्रिक स्कूटरों को भी अन्य गाड़ियों के तरह ही रेगुलर साफ़ सफाई की जरुरत पड़ती है। आप समय समय पे अपनी स्कूटर को डैम्प कपडे की मदद से माइल्ड सोप सलूशन का इस्तेमाल करके साफ़ करे, डर्ट, डस्ट और डेब्रिस को निकाले। इसके अलावा ब्रेक और व्हील जैसी जगहों पे भी खास तौर से ध्यान दे। वैसे तो इलेक्ट्रिक स्कूटर में ज्यादा लुब्रिकेशन की जरुरत नहीं होती है, लेकिन फोल्डिंग मैकेनिज्म वाले कॉम्पोनेन्ट में आप हलकी ऑइलिंग कर सकते है।
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